Saturday, February 4, 2012

बसंत ऋतु के हाइकु


हाइकु, कविता लिखने की जापानी विधा है

इसमें वर्णों का क्रम 5+7+5 होता है|





बसंती हवा
            सुवासित ये धरा             
मन है हरा|१|

  
              बगिया खिली 

            तितलियों की फौज

नन्हों को मिली|२|


फूल जो खिले
पराग कण उड़े
हवा में मिले|३|



         
 ठंढी बयार
ले के आया खुमार
झूमा भ्रमर|४|



आई बहार
फूलों का गुलदस्ता
हुआ तैयार|५|

रवि रंजन
व्याख्याता भौतिकी





2 comments:

  1. चित्र संकलन
    हाइकु युं उकेरा
    खिला बसंत|

    बहुत सुन्दर प्रस्तुति!

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  2. कमाल के हाइकु और कमाल के फोटो|

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