Wednesday, March 21, 2012

बिहार दिवस


हाइगा’ जापानी पेण्टिंग की एक शैली है,जिसका शाब्दिक अर्थ है-’चित्र-कविता’ । हाइगा दो शब्दों के जोड़ से बना है …(‘‘हाइ” = कविता या हाइकु + “गा” = रंगचित्र चित्रकला) हाइगा की शुरुआत १७ वीं शताब्दी में जापान में हुई | उस जमाने में हाइगा रंग - ब्रुश से बनाया जाता था | लेकिन आज डिजिटल फोटोग्राफी जैसी आधुनिक विधा से हाइगा लिखा जाता है- रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’-डॉ हरदीप कौर सन्धु, हिन्दी हाइकु एवं  हिन्दी हाइगा से साभार  http://hindihaiga.blogspot.in/ .

हाइकु, कविता लिखने की जापानी विधा है

इसमें वर्णों का क्रम 5+7+5 होता है|



Sunday, March 18, 2012

कोयल की कूक

हाइगा’ जापानी पेण्टिंग की एक शैली है,जिसका शाब्दिक अर्थ है-’चित्र-कविता’ । हाइगा दो शब्दों के जोड़ से बना है …(‘‘हाइ” = कविता या हाइकु + “गा” = रंगचित्र चित्रकला) हाइगा की शुरुआत १७ वीं शताब्दी में जापान में हुई | उस जमाने में हाइगा रंग - ब्रुश से बनाया जाता था | लेकिन आज डिजिटल फोटोग्राफी जैसी आधुनिक विधा से हाइगा लिखा जाता है- रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’-डॉ हरदीप कौर सन्धु, हिन्दी हाइकु एवं  हिन्दी हाइगा से साभार  http://hindihaiga.blogspot.in/ .

हाइकु, कविता लिखने की जापानी विधा है

इसमें वर्णों का क्रम 5+7+5 होता है|



Friday, March 9, 2012

माँ क्या है - मोहम्मद शाहबाज़


मोहम्मद शाहबाज़ 

     











 माँ क्या है
   समंदर ने कहा,
  माँ एक ऐसी सीपी है,
  जो औलाद की हजारो ऐब छुपा लेती है|१|
  बादल ने कहा
    माँ इन्द्रधनुष है, 
   जिसमे हर रंग समाया है|२|
  माली ने कहा,
  माँ गुलशन का वह फूल है,
    जिससे गुलशन सदा महकता रहता है|३|
  औलाद ने कहा
    माँ ममता की अनमोल दास्तान है
    जो हर दिल पर कुर्बान है|४|
  खुदा ने कहा
    माँ मेरे तरफ से अपने बन्दों
    को एक हसीन तोहफा है|५|

    नाम - मोहम्मद शाहबाज़ खान
     वर्ग -०९
     क्रमांक -७१